जल है तो कल है
“जल है तो कल है” नामक इस मुहिम की शुरुआत 20 सितंबर 2025 को फतेहपुर जिले से की गई।
अभियान के अंतर्गत गाँवों में वर्षा जल संचयन, नल रिसाव रोकथाम, और पानी के पुनः उपयोग पर लोगों को प्रशिक्षण दिया गया।
विद्यालयों में बच्चों को सरल प्रयोगों और चित्रों के माध्यम से जल चक्र (Water Cycle) की समझ दी गई।
स्थानीय लोगों ने स्वयं तालाबों की सफाई और वर्षा जल भंडारण टैंक बनाने में भाग लिया।
यह मुहिम न केवल जल की बचत का संदेश दे रही है, बल्कि समाज को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी कर रही है।
“हर बूंद की हैमती पहचान – यही है जीवन की असली जान।” 💧
